

पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–5.5.22
ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निमार्ण के लिए आई राशि में हुए भ्रष्टाचार के मामला–
पखांजूर।
विकासखंड कोयलीबेड़ा के ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निमार्ण के लिए आई राशि में हुए भ्रष्टाचार के मामले में शिकायत के बाद पुनः दिनांक 3 मई को जांच दल गांव पहुंचा और जिन्हें शौचालय की राशि नहीं मिली है उन हितग्राहियों के वयान दर्ज कराऐ। इसके पूर्व जांच दल ने हितग्राहियों की सूची नहीं होने का कारण बता कर जांच स्थगित कर दी थी। दूसरी बार पहुचे जांच दल ने इस ग्राम पंचायत के एक ही गांव पी.व्ही. 73 में 21 हितग्राही मिले जिन्हें पंचायत द्वारा शौचालय निमार्ण के लिए आई राशि का भुगतान नहीं किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है की अगर जांच दल हर पंचायत के हर गांव पहुंच हितग्राहियों का बयान ले तो एसे हितग्राहियों की संख्या दो सौ से अधिक होगी जिन्हें पंचायत के सरपंच तथा सचिव ने शौचालय के पैसे नहीं दिऐ है।
विकासखंड कोयलीबेड़ा के ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर में शौचालय निमार्ण में हुए भ्रष्टाचार की परते खुलने लगी है। ग्रामीण द्वारा इस मामले में कलेक्टर कांकेर को शिकायत कर मामले की जांच कराने की मांग की गई थी। शिकायत कर्ताओ का आरोप था की पंचायत के सरपंच तथा सचिव ने वर्ष 2016 से 2020 के दौरान ग्रामीणों के शौचालय निमार्ण के लिए आई राशि को ग्रामीणों को नहीं दिया है। इस मामले में जब दिनांक 3 मई को जांच दल पहुंचा तो ग्राम पी.व्ही. 73 में ही 21 हितग्राही की पहचान हुई जिन्हें सरपंच सचिव द्वारा शौचालय निमार्ण के लिए आई राशि नहीं दी गई। ग्रामीणों ने बताया की इस ग्राम पंचायत के ग्राम पी.व्ही. 73 में 21 हितग्राही है तो पंचायत के अन्य ग्राम में भी जांच दल पहुंच जांच करे तो एसे हितग्राहियों की संख्या सैकड़ों में हो जाऐगी। सरपंच तथा सचिव ने शौचालय निमार्ण के लिए आई आधी राशि का बंदरवांट किया है।
वर्ष 2016 से 2020 के दौरान स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निमार्ण का अभियान चल रहा था। इस दौरान ग्राम पंचायत में उन हितग्राहियों के लिए जिनके पास शौचालय नहीं है उन्हें प्रत्तेक शौचालय के लिए 12 हजार की राशि शासन की ओर से आई थी। यह राशि सीधे पंचायत के खाते में आई थी जिसे हितग्राही अगर स्वंम के व्यय से शौचालय का निमार्ण करता है तो उसे पंचायत को देना था। पंचायत में कई हितग्राहियों ने स्वंम के व्यय से शौचालय का निमार्ण तो कराया पर पंचायत के खाते में आई राशि सरपंच तथा सचिव ने आहरण कर हितग्राही को नहीं दी। जांच करने पहुंचे स्वच्छ भारत मिशन के ब्लाक संमव्यक मृणाल देवनाथ ने बताया की वतर्मान में ग्राम पी.व्ही.73 में 21 हितग्राहियों की पहचान हुई है जिन्हें यह राशि पंचायत द्वारा नहीं दी गई। इस संबध में पंचायत सचिव का वयान होना है जिसके बाद राशि बसूली की कायर्वही की जाऐगी।